Surya Grahan 2024 Date and Timing: दोस्तों जैसा कि आपको पता है साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है। ऐसी खबर आ रही है कि कल यानी की 8 अप्रैल 2024 के दिन अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यदि Surya Grahan 2024 के टाइमिंग के बारे में बात की जाए तो ऐसा बताया जा रहा है कि यह सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 की रात के लगभग 9 बजकर 12 मिनट (9:12 PM) से शुरू होने वाला है और इस सूर्य ग्रहण का समापन 2 बजकर 22मिनट (2:22 Am) पर बताया जा रहा है।
Surya Grahan 2024 Date and Timing
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस Surya Grahan 2024 की टाइमिंग 5 घंटे और 22 मिनट होने वाली है और रात के 11बजकर 45 मिनट (11:45 PM)पर इस सूर्य ग्रहण का मध्य समय चल रहा होगा।दोस्तों जैसा कि आपको पता है कि 8 अप्रैल 2024 को चैत्र माह की अमावस्या होती है और इस दिन ही साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) लगने वाला है जो कि काफी अहम सूर्य ग्रहण माना जाता है।इस सूर्य ग्रहण को वैदिक और वैज्ञानिक दोनों रूप से काफी ज्यादा महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।
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सूर्य ग्रहण का सूतक काल क्या होगा?(Surya Grahan 2024 Sutak kaal)
दोस्तों जैसा कि आपको पता है कि किसी भी तरह के ग्रहण लगनेसे पहले हमारे भारतीय वेदों के अनुसार सूतक काल लग जाता है। यदि साल 2024 के पहले Surya Grahan 2024 के सूतक काल के बारे में बात की जाए तो ऐसा बताया जा रहा है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा जिसके चलते सूतक काल भी नहीं लगेगा।
2024 का सूर्य ग्रहण क्यों है खास?(After 54 years Unique Solar Eclipse)
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस Surya Grahan 2024 को काफी ज्यादा खास और महत्वपूर्ण बताया जा रहा है क्योंकि ऐसा सूर्य ग्रहण 54 साल में पहली बार देखा जाने वाला है। जी हां दोस्तों साल 2024 का यह पहला सूर्य ग्रहण काफी लंबे समय तक लगने वाला है जो कि 54 साल में पहली बार लगने वाला है।
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क्या भारत में दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण?
दोस्तों साल 2024 में लगने वाले पहले सूर्य ग्रहण को लेकर वैज्ञानिकों के द्वारा यह बताया गया है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इस Surya Grahan 2024 की शुरुआत दक्षिण प्रशांत महासागर से होने वाली है।2024 का यह पहला सूर्य ग्रहण कनाडा, उत्तरी अमेरिका, मैक्सिको के साथ साथ कोस्टा रिका, क्यूबा, डोमिनिका, फ्रेंच पोलिनेशिया, जमैका में अभी दिखाई दे सकता है।
क्यों लगता है सूर्य ग्रहण?
सूर्य सूर्य ग्रहण एक प्राकृतिक खगोलीय घटना है। इस घटना में पृथ्वी और सूर्य के मध्य में चंद्रमा आ जाता है जिसके चलतेसूर्य का प्रकाश पूरी तरह से पृथ्वी पर नहीं पहुंच पाता है और पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूरी तरह से दिखता भी नहीं है जिसे सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण की पौराणिक कथा क्या है?
दोस्तों अब यदि आप सूर्य ग्रहण को लेकर पौराणिक कथा के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको बता दें कि वेदों के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि सूर्य ग्रहण राहु और केतु से संबंधित है। यह तो आप जानते होंगे कि समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत कलश प्राप्त हुआ तोराक्षसों के द्वारा चुपके से उसे अमृत कलश पर कब्जा कर लिया गया और राक्षस उसे लेकर पाताल में चले गए। जहां पर विष्णु जी ने मोहिनी अवतार धारण करके चालाकी से राक्षसों सेअमृत कलश लेकर देवताओं को पिला दिया और इस बात का आभास स्वरभानु नाम केराक्षस को हो गया और वह चुपके से देवताओं के बीच में जाकर बैठ गया।
जैसे ही मोहिनी अवतार धारण की विष्णु जी नेउसे राक्षस कोअमृत पिलाया तो वह जोर-जोर से हंसने लगा और जैसे ही विष्णु जी को यह ज्ञात हुआ किया देवता नहीं रक्षा से उन्होंने सुदर्शन चक्र उठाया और उसका सर धड़ से अलग कर दिया।
![Surya Grahan 2024](https://cityjabalpur.com/wp-content/uploads/2024/04/Surya-Grahan-2024-1.webp)
तभी से उसे रक्षा के शरीर के दो हिस्से हो गए जिसे राहु और केतु के नाम से जाना जाता है और देवताओं से बदला लेने के लिए वह राक्षस बार-बार सूर्य और चंद्र को ग्रहण करता है जिससे पृथ्वी पर सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण होते हैं।
2024 सूर्य ग्रहण किस राशि में लगने वाला है?
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि साल 2024 में लगने वाला पहला सूर्य ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगने वाला है।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?
दोस्तों हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जैसे सूर्य ग्रहण के दौरान नहीं करना चाहिए इससे आपको काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है। यह जानकारी हमारे वेदों के माध्यम से बताई जा रही है।
- दोस्तों यह कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को सीधे नहीं देखना चाहिए।
- जितना हो सके सूर्य ग्रहण के दौरान घर से निकलने से बचना चाहिए।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए और ना ही सुई में धागा डालना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के दौरान यात्रा से भी बचना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण के दौरान किसी सुनसान जगह और शमशान जैसी जगहों पर अकेले नहीं जाना चाहिए क्योंकि इस समय नेगेटिव एनर्जी काफी ज्यादा एक्टिव रहती है।
सूर्य ग्रहण के बाद क्या करना चाहिए?
- दोस्तों सूर्य ग्रहण खत्म होने के पश्चात गंगाजल से स्नान करना चाहिए और पूरे घर के साथ-साथ घर परस्थापित देवी देवताओं को शुद्ध करना चाहिए।
- सूर्य ग्रहण खत्म होने के पश्चात हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए।
FAQs
सूर्य ग्रहण के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
सूर्य ग्रहण के समय सूर्य को सीधे नहीं देखना चाहिए और सूतक का समय भी निजी रूप से मनाना चाहिए। अतः ध्यान रखें कि इस समय ज्यादा से ज्यादा आध्यात्मिक गतिविधियों में विचलित रहें।
सूर्य ग्रहण के पहले और बाद में कौन-कौन सी सावधानियाँ अपनानी चाहिए?
सूर्य ग्रहण के पहले और बाद में गंगा स्नान करना, मंत्रों का जप करना और प्रार्थना करना चाहिए। इसके अलावा, नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करें।
क्या सूर्य ग्रहण के समय भारत में विभिन्न राज्यों में बदले जा सकते हैं?
हां, भारत के कुछ क्षेत्रों में सूर्य ग्रहण को देखा जा सकता है, लेकिन यह अन्य क्षेत्रों में पूरी तरह से दिखाई नहीं देता है।
सूर्य ग्रहण के पूर्व और पश्चात क्या धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य किए जाते हैं?
सूर्य ग्रहण के पूर्व और पश्चात गंगा स्नान, पूजा-पाठ, मंत्रों का पाठ, और ध्यान का अभ्यास किया जाता है।
क्या सूर्य ग्रहण का वैज्ञानिक महत्व है और यह कैसे होता है?
हां, सूर्य ग्रहण का वैज्ञानिक महत्व है, क्योंकि यह खगोलीय घटना होती है जो हमें सौरमंडल की विज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने का अवसर प्रदान करती है।